Agricultural News: देश में इस बार रिकॉर्ड तोड होगा खाद्यान्न उत्पादन , कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिया ब्यौरा
कृषि मंत्रालय ने 2024-25 के लिए प्रमुख कृषि फसलों के उत्पादन का अनुमान जारी किया, जिसमें चावल, गेहूं, मक्का, दलहनों और तेल बीजों का उत्पादन बढ़ने की संभावना है। यह वृद्धि सरकार द्वारा किसानों को दी जा रही सहायता और प्रोत्साहन का परिणाम है, जो कृषि क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव का संकेत है।

Agricultural News: कृषि मंत्रालय और किसान कल्याण मंत्रालय ने 2024-25 के लिए प्रमुख कृषि फसलों (खरीफ और रबी) के उत्पादन का दूसरा अग्रिम अनुमान जारी किया है। इस अनुमान के मुताबिक, इस वर्ष चावल, गेहूं, मक्का, मूंगफली और सोयाबीन के उत्पादन में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हो सकती है। कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस सफलता को केंद्रीय सरकार द्वारा किसानों को विभिन्न कृषि योजनाओं के माध्यम से दी जा रही सहायता और प्रोत्साहन का परिणाम बताया है।
खरीफ और रबी के अनुमानित उत्पादन में वृद्धि
कृषि मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, 2024-25 में खरीफ चावल का उत्पादन 1,206.79 लाख टन हो सकता है, जो कि पिछले साल के 1,132.59 लाख टन से 74.20 लाख टन अधिक है। इसके अलावा, गेहूं का उत्पादन भी 21.38 लाख टन बढ़कर 1,154.30 लाख टन रहने का अनुमान है, जबकि पिछले साल गेहूं का उत्पादन 1,132.92 लाख टन था। इस प्रकार, खरीफ और रबी की कुल खाद्यान्न उत्पादन में 5.20 लाख टन का इज़ाफा हो सकता है।
फसलों का विशेष उत्पादन अनुमान
कृषि मंत्रालय का कहना है कि 2024-25 के लिए खाद्यान्न की कुल उत्पादन राशि 3,328.18 लाख टन अनुमानित है, जिसमें 1,663.91 लाख टन खरीफ और 1,645.27 लाख टन रबी की फसल शामिल है। पिछले वर्ष की तुलना में इस साल उत्पादन में 5.20 लाख टन की वृद्धि देखने को मिल सकती है।
मक्का का उत्पादन रिकॉर्ड स्तर पर
इस वर्ष खरीफ मक्का उत्पादन 248.11 लाख टन होने का अनुमान है, जो अब तक का सबसे उच्चतम स्तर होगा। रबी मक्का का उत्पादन 124.38 लाख टन होने का अनुमान है। वहीं, खरीफ श्रीअन्न उत्पादन 137.52 लाख टन और रबी श्रीअन्न का उत्पादन 30.81 लाख टन हो सकता है।
दलहनों का अच्छा उत्पादन
दलहनों के उत्पादन में भी अच्छा प्रदर्शन देखा जा सकता है। तुअर (अरहर) का उत्पादन 35.11 लाख टन, ग्राम का उत्पादन 115.35 लाख टन और मसूर का उत्पादन 18.17 लाख टन होने का अनुमान है। दोनों खरीफ और रबी मिलाकर दलहनों का कुल उत्पादन 416.69 लाख टन हो सकता है, जबकि पिछले वर्ष 396.69 लाख टन दलहनों का उत्पादन हुआ था।
तेल बीजों का उत्पादन
तेल बीजों के उत्पादन में भी वृद्धि का अनुमान है। मूंगफली का उत्पादन 104.26 लाख टन होने का अनुमान है, जबकि रबी मूंगफली का उत्पादन 8.87 लाख टन हो सकता है। सोयाबीन का उत्पादन भी एक रिकॉर्ड स्तर पर 151.32 लाख टन हो सकता है। इसके अलावा, रैपसीड और सरसों का उत्पादन 128.73 लाख टन होने का अनुमान है।
गन्ना और कपास का उत्पादन
हालांकि गन्ने का उत्पादन इस वर्ष अपेक्षाकृत कम हो सकता है। 2023-24 में गन्ना उत्पादन 4,531.58 लाख टन था, जबकि 2024-25 में यह घटकर 4,350.79 लाख टन तक सीमित रह सकता है। वहीं, कपास का उत्पादन 294.25 लाख बैल (एक बैल में 170 किलो कपास होता है) होने का अनुमान है।
उपग्रह तकनीक से आंकड़े
कृषि मंत्रालय ने यह अनुमान राज्य सरकारों से प्राप्त फसल क्षेत्र, उपग्रह संवेदन और मौसम निगरानी समूह तथा अन्य एजेंसियों से मिले आंकड़ों के आधार पर जारी किया है। इससे यह स्पष्ट होता है कि सरकार ने तकनीकी दृष्टिकोण से कृषि उत्पादन के आंकड़ों को सटीक रूप से तैयार किया है।
इस अनुमान के अनुसार, इस साल भारत में प्रमुख कृषि फसलों का उत्पादन पिछले साल की तुलना में अधिक होगा, जो किसानों के लिए एक राहत की बात है। केंद्र सरकार द्वारा किसानों को दी जा रही योजनाओं और सहायता के परिणामस्वरूप देश की कृषि क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव देखने को मिल रहे हैं। अब सरकार का उद्देश्य इन फसलों का उचित मूल्य प्राप्त करने और भंडारण सुनिश्चित करने के लिए किसानों से अधिकतम खरीदारी करना है।