क्या आप भी हैं PM Kisan Yojana से बाहर? 15 अप्रैल से फिर मिलेगा मौका!
PM किसान योजना फरवरी 2019 में शुरू की गई थी, जिसके तहत किसानों को 6000 रुपये की वित्तीय सहायता दी जाती है। यह राशि तीन किस्तों में दी जाती है। अप्रैल 15 से पात्र किसान इस योजना में फिर से शामिल हो सकेंगे। आवेदन के लिए चरणबद्ध प्रक्रिया की जानकारी दी गई है।

प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना (PM Kisan Yojana) को फरवरी 2019 में शुरू किया गया था, जो भारतीय किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करने का एक अहम कदम है। इस योजना के तहत, किसानों को सालाना 6000 रुपये की आर्थिक मदद दी जाती है, जो तीन किश्तों में 2000 रुपये की दर से किसानों के खाते में जमा की जाती है। अब एक बार फिर से, 15 अप्रैल से eligible किसानों को इस योजना से जोड़ा जाएगा, जो अभी तक किसी कारणवश इस योजना में शामिल नहीं हो सके हैं।
कृषि मंत्री की जानकारी
केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लोकसभा में इस बात की जानकारी दी कि सरकार जल्द ही उन किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि से जोड़ने की प्रक्रिया शुरू करेगी, जो विभिन्न कारणों से अब तक इस योजना से नहीं जुड़ सके हैं। इस योजना का उद्देश्य छोटे और सीमांत किसानों को आर्थिक मदद प्रदान करना है, ताकि वे अपनी कृषि गतिविधियों में सुधार कर सकें और उनकी आय में वृद्धि हो सके।
PM Kisan Yojana में कैसे करें आवेदन?
अगर आप अब तक पीएम किसान योजना में पंजीकरण नहीं करवा पाए हैं, तो आपको 15 अप्रैल से पंजीकरण करने का अवसर मिलेगा। पंजीकरण करने के लिए आपको नीचे बताए गए स्टेप्स को ध्यान से फॉलो करना होगा:
स्टेप 1: सबसे पहले पीएम किसान योजना की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं।
स्टेप 2: वेबसाइट के होम पेज पर “Farmer’s Corner” का विकल्प मिलेगा। इसे क्लिक करें।
स्टेप 3: यहां पर आपको “New Farmer Registration” का विकल्प मिलेगा। इसे चुनें।
स्टेप 4: अब यहां आपको अपना मोबाइल नंबर और आधार संख्या दर्ज करनी होगी।
स्टेप 5: इसके बाद एक OTP आपके फोन पर आएगा, उसे दिए गए विकल्प में दर्ज करें।
स्टेप 6: फिर आपको अपनी व्यक्तिगत जानकारी भरनी होगी।
स्टेप 7: अंत में सभी जानकारी भरकर सबमिट कर दें।
PM Kisan Yojana की किश्त क्यों नहीं आई?
पीएम किसान योजना के कई लाभार्थी हैं, जो योजना में पंजीकरण के बावजूद अब तक अपनी किश्तें प्राप्त नहीं कर पाए हैं। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे:
- e-KYC का न होना।
- किसान की ज़मीन की सही तरीके से सत्यापन न होना।
- बैंक खाता जानकारी में गड़बड़ी।
- आधार नंबर और बैंक खाता नंबर का mismatch होना।
इन समस्याओं के कारण कई लाभार्थी अभी तक योजना का लाभ प्राप्त नहीं कर पाए हैं। किसानों को सलाह दी जाती है कि वे इन समस्याओं को जल्दी से ठीक करवा लें, ताकि उन्हें किश्त मिल सके।
PM Kisan Yojana की पहली किश्त कब जारी हुई थी?
पीएम किसान योजना की पहली किश्त 6 साल पहले यानी 2019 में किसानों को दी गई थी। इस योजना का लाभ सबसे पहले बिहार के भागलपुर जिले के किसानों को मिला था। उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9.08 करोड़ किसानों के खातों में 22,000 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जमा की थी।
पीएम किसान योजना भारतीय किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण पहल है, जो उन्हें अपनी कृषि गतिविधियों को बेहतर बनाने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करती है। 15 अप्रैल से फिर से पंजीकरण की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है, जो उन किसानों के लिए एक अवसर है जो अब तक इस योजना से नहीं जुड़ पाए हैं।