‘आध्यात्मिक शिक्षा से समग्र कल्याण’ अभियान का शुभारंभ, President Draupadi Murmu ने दिखाई हरी झंडी
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने हिसार में ब्रह्मा कुमारी संस्था के स्वर्ण जयंती समारोह में 'आध्यात्मिक शिक्षा से समग्र कल्याण' अभियान की शुरुआत की। उन्होंने आध्यात्मिकता को समाज और राष्ट्र के कल्याण के लिए महत्वपूर्ण बताया और ब्रह्मा कुमारी संस्था के सामाजिक योगदान की सराहना की।

President Draupadi Murmu ने सोमवार को हरियाणा के हिसार में ब्रह्मा कुमारी संस्था के स्वर्ण जयंती अवसर पर ‘आध्यात्मिक शिक्षा से समग्र कल्याण’ नामक राज्य स्तरीय अभियान की शुरुआत की। इस अवसर पर राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने भाषण में कहा कि आध्यात्मिकता “मानवता को कृत्रिम सीमाओं के पार जोड़ती है।” उन्होंने आगे कहा, “जो भी समाज, विज्ञान, अर्थशास्त्र, संस्कृति, राजनीति या कोई अन्य व्यवस्था आध्यात्मिकता पर आधारित होती है, वह नैतिक और स्थायी होती है।”
राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि जो व्यक्ति हमेशा आध्यात्मिक जागरूकता को बनाए रखता है, वह मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहता है और अंदरूनी शांति का अनुभव करता है। इसके साथ ही, उन्होंने यह भी जोड़ा कि जो व्यक्ति आध्यात्मिक शांति का अनुभव करता है, वह दूसरों के जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। राष्ट्रपति मुर्मू ने यह बल दिया कि आध्यात्मिक शांति का वास्तविक लाभ केवल अकेले रहने में नहीं, बल्कि इसे एक स्वस्थ, मजबूत और समृद्ध समाज और राष्ट्र के निर्माण में उपयोग करना चाहिए।
राष्ट्रपति ने प्रसन्नता व्यक्त की कि ब्रह्मा कुमारी संस्था आध्यात्मिक ऊर्जा का उपयोग राष्ट्र और समाज के लाभ के लिए कर रही है। उन्होंने यह भी कहा कि संस्था नशा मुक्ति, महिला सशक्तिकरण और पर्यावरण संरक्षण जैसे कई सामाजिक और राष्ट्रीय पहलुओं में योगदान कर रही है। राष्ट्रपति मुर्मू को विश्वास है कि ब्रह्मा कुमारी परिवार अपनी आध्यात्मिक शक्ति से देश के समग्र स्वास्थ्य और समग्र विकास में योगदान करता रहेगा।
श्रीमद भगवद गीता का संदेश:
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि जब वह हरियाणा आईं, तो उन्हें श्रीमद भगवद गीता का संदेश याद आया। उन्होंने कहा, “आध्यात्मिकता मानव निर्मित सीमाओं से ऊपर उठकर समूची मानवता को एक सूत्र में पिरोती है। सामाजिक, आर्थिक, वैज्ञानिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक या किसी भी प्रकार की व्यवस्था जो आध्यात्मिक आधार पर बनी होती है, वह नैतिक और स्थायी रहती है।”
ब्रह्मा कुमारी संस्था की वैश्विक सेवा:
राष्ट्रपति ने आगे कहा कि आज ब्रह्मा कुमारी संस्थान आध्यात्मिक ऊर्जा के बल पर दुनिया के लगभग 150 देशों में सामाजिक और आर्थिक शिक्षा प्रदान कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि ब्रह्मा कुमारी संस्थान राष्ट्रीय सेवा और सामाजिक सेवा के कई अभियानों में सक्रिय रूप से योगदान दे रहा है।
संस्था ने ‘नशा मुक्त भारत अभियान’, जल संरक्षण से जुड़े राष्ट्रीय कार्यक्रमों, महिला सशक्तिकरण और पर्यावरण संरक्षण के प्रयास जैसे ‘एक पेड़ माँ के नाम’ जैसे चैरिटी कार्यों में अपने आध्यात्मिक ऊर्जा का सही तरीके से इस्तेमाल किया है।
राज्यपाल का स्वागत:
इस अवसर पर हरियाणा के राज्यपाल बांदारू दत्तात्रेय ने राष्ट्रपति मुर्मू का हरियाणा आगमन पर स्वागत किया। राज्यपाल ने कहा कि ब्रह्मा कुमारी मुख्य रूप से एक महिला संगठन है, जो लोगों की भलाई के लिए काम कर रही है। इस संगठन ने लोगों के जीवन में बदलाव लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि ब्रह्मा कुमारी संस्थान ने शिक्षा, स्वास्थ्य और समाज के विभिन्न क्षेत्रों में कल्याण कार्य किए हैं।
राज्यपाल ने यह भी बताया कि ब्रह्मा कुमारी संस्थान के 25,000 से अधिक राजयोगी अपने जीवन को समाज की भलाई के लिए समर्पित कर रहे हैं।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का यह संदेश कि आध्यात्मिकता न केवल व्यक्तिगत कल्याण, बल्कि समाज और राष्ट्र के समग्र कल्याण के लिए भी महत्वपूर्ण है, लोगों को एक नया दृष्टिकोण प्रदान करता है। ब्रह्मा कुमारी संस्था द्वारा किए जा रहे सामाजिक कार्य और आध्यात्मिक शिक्षा के प्रयास निश्चित ही समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक होंगे।