Indian Railways: रेलव ने 11 वर्षों में बनाए 3.10 लाख टॉयलेटस, स्वच्छता को लेकर एक बडी पहल
रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने को संसद में घोषणा की कि पिछले 11 वर्षों में भारतीय रेलवे ने 3.10 लाख टॉयलेट्स बनाए हैं, जिससे सफाई और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हुआ है। यह रेलवे सुधारों का महत्वपूर्ण हिस्सा है।

Indian Railways: भारत सरकार द्वारा भारतीय रेलवे के बुनियादी ढांचे के सुधार और सुदृढ़ीकरण के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। इस दिशा में रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संसद के बजट सत्र के दौरान एक महत्वपूर्ण घोषणा की। उन्होंने कहा कि पिछले 11 वर्षों में भारतीय रेलवे ने 3.10 लाख टॉयलेट्स का निर्माण किया है, जिससे न केवल यात्रा के दौरान सफाई और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार हुआ है, बल्कि रेलवे स्टेशनों की स्थिति में भी उल्लेखनीय परिवर्तन आया है।
रेलवे के विकास और सुधार की दिशा में यह एक अहम कदम माना जा रहा है। भारतीय रेलवे ने न केवल यात्री अनुभव को बेहतर बनाने के लिए अपने रोलिंग स्टॉक (ट्रेन कोचों) का आधुनिकीकरण किया है, बल्कि सफाई और स्वास्थ्य सेवाओं को भी प्राथमिकता दी है। इसके परिणामस्वरूप भारतीय रेलवे के नेटवर्क में बुनियादी ढांचे के सुधार के साथ-साथ यात्री सेवा में भी गुणात्मक वृद्धि हुई है।
3.10 लाख टॉयलेट्स का निर्माण:
रेलवे मंत्री ने कहा कि पिछले 11 वर्षों में भारतीय रेलवे ने कुल 3.10 लाख टॉयलेट्स का निर्माण किया है, जिससे रेल यात्रियों को सफाई और स्वास्थ्य के लिहाज से बेहतर सेवाएं प्राप्त हुई हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यह सुधार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार की मेहनत का परिणाम है। रेल मंत्रालय ने हर नए रोलिंग स्टॉक के साथ टॉयलेट्स का निर्माण सुनिश्चित किया है, जिससे यात्रियों को सफाई में सुधार हुआ है।
रेलवे स्टेशनों की स्थिति में सुधार:
अश्विनी वैष्णव ने यह भी बताया कि इन 3.10 लाख नए टॉयलेट्स के निर्माण से रेलवे स्टेशनों की स्थिति में भी बहुत सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि आज के समय में अगर आप किसी भी रेलवे स्टेशन पर जाएं, तो आप देखेंगे कि स्थिति में बड़ा बदलाव आया है। यह बदलाव न केवल सफाई के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने की दिशा में भी एक कदम है।
प्रधानमंत्री मोदी का दृष्टिकोण:
मंत्री ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा यह बात कहते हैं कि पिछले दस वर्षों में जो काम किया गया है, वह देश के लिए एक मजबूत नींव तैयार करने का काम है। अब आने वाले पांच वर्षों में इस नींव को मजबूत करने के लिए तीन गुना अधिक प्रयास किए जाने चाहिए। मंत्री ने यह भी कहा कि अगर भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना है, तो इसके लिए हमें पूरी मेहनत और समर्पण के साथ काम करना होगा।
रेलवे मंत्रालय के निरंतर सुधार:
रेलवे मंत्रालय का यह प्रयास न केवल यात्री अनुभव को बेहतर बनाने के लिए है, बल्कि देशभर में रेलवे नेटवर्क की समग्र स्थिति को सुधारने के लिए भी है। भारतीय रेलवे ने अपने कोचों में सुधार करने के साथ-साथ स्टेशन परिसर में भी बदलाव किए हैं। यात्रियों को स्वच्छता और बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए लगातार काम किया जा रहा है। यह पहल रेलवे के भविष्य के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और भारतीय रेलवे को आधुनिक और विकसित बनाने में मदद करेगी।
रेलवे मंत्रालय की यह पहल भारतीय रेलवे के भविष्य के लिए एक सकारात्मक कदम साबित हो सकती है। पिछले 11 वर्षों में किए गए सुधारों के परिणामस्वरूप अब भारतीय रेलवे में सफाई, स्वास्थ्य सेवाओं और बुनियादी ढांचे में बहुत सुधार हो चुका है। इस तरह की योजनाओं के सफल कार्यान्वयन से भारतीय रेलवे न केवल यात्रियों को बेहतर अनुभव प्रदान करेगा, बल्कि देशभर में रेलवे नेटवर्क की स्थिति में भी सुधार होगा। आने वाले वर्षों में इस तरह के और सुधारों की उम्मीद जताई जा रही है, जो भारतीय रेलवे को और भी सशक्त और विकसित बनाएंगे।