Haryana Kisan Pension Scheme: हरियाणा सरकार का ऐलान अब इन किसानों को भी मिलेगी पेंशन
राज्य सरकार ने कमजोर किसानों को राहत देने के लिए हरियाणा किसान पेंशन योजना शुरू की है। इस योजना के तहत, वे किसान जो 58 वर्ष से अधिक आयु के हैं, जिनकी कृषि भूमि 5 एकड़ से कम है और जिनकी वार्षिक आय 1.5 लाख रुपये से कम है, पेंशन का लाभ उठा सकते हैं।

Haryana Kisan Pension Scheme: हरियाणा सरकार ने राज्य के किसानों को राहत देने के लिए एक नई पहल की शुरुआत की है, जिसका नाम “Haryana Kisan Pension Scheme” रखा गया है। इस योजना का उद्देश्य उन किसानों की मदद करना है, जिनके पास कम ज़मीन है और जिनकी वार्षिक आय 1.5 लाख रुपये से कम है।
इस योजना के तहत, ऐसे किसान पेंशन प्राप्त करेंगे, जिससे उनकी जीवनशैली में सुधार हो सके। हरियाणा सरकार ने इस योजना के लिए 1500 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया है।
किसान पेंशन योजना का उद्देश्य
हरियाणा सरकार ने कमजोर और छोटे किसानों को सहारा देने के लिए किसान पेंशन योजना शुरू की है। राज्य में कई ऐसे किसान हैं जिनके पास कृषि भूमि कम है और उनकी वार्षिक आय भी कम है। इन किसानों के लिए पेंशन योजना एक महत्वपूर्ण कदम है। योजना के तहत, किसान को जीवन भर पेंशन मिलती रहेगी, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हो सके।
किसान पेंशन योजना के लिए पात्रता
- इस योजना का लाभ केवल हरियाणा राज्य के किसानों को मिलेगा।
- पेंशन योजना का लाभ लेने के लिए किसान की उम्र 58 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
- किसान के पास अधिकतम 5 एकड़ कृषि भूमि होनी चाहिए।
- किसान परिवार की वार्षिक आय 1.5 लाख रुपये से कम होनी चाहिए।
- इस योजना का लाभ एक परिवार में से केवल एक व्यक्ति को मिलेगा।
- योजना के लिए आवेदन करने वाले किसान के पास बैंक खाता होना अनिवार्य है।
आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज़
हरियाणा किसान पेंशन योजना के तहत आवेदन करने के लिए कुछ जरूरी दस्तावेज़ हैं, जिनकी सूची इस प्रकार है:
- आधार कार्ड – आधार कार्ड होना अनिवार्य है।
- खसरा खतौनी – किसान के खेत की खसरा खतौनी की कॉपी जरूरी है।
- आय प्रमाण पत्र – किसान के परिवार की वार्षिक आय प्रमाणित करने वाला दस्तावेज़ होना चाहिए।
- बैंक खाता प्रमाण पत्र – आवेदनकर्ता के पास बैंक खाता होना अनिवार्य है।
- किसान पहचान पत्र – किसान का पहचान पत्र होना चाहिए।
- मोबाइल नंबर – किसान के पास अपना मोबाइल नंबर होना चाहिए।
- आयु प्रमाण पत्र – आवेदनकर्ता की उम्र साबित करने के लिए प्रमाण पत्र होना चाहिए।
- पासपोर्ट साइज फोटो – आवेदन के साथ एक पासपोर्ट साइज फोटो जमा करना होगा।
आवेदन प्रक्रिया
अगर आप इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं, तो सबसे पहले आपको अपने संबंधित जिला कार्यालय से संपर्क करना होगा और सभी आवश्यक दस्तावेज़ जमा करने होंगे। जिला कलेक्टर को किसानों की पूरी जानकारी भेजी जा चुकी है, और उन्हें किसानों की जांच करने का आदेश दिया गया है। इसके बाद, किसानों के डेटा की जांच करने के बाद, योग्य किसानों को पेंशन की राशि दी जाएगी।
किसानों के लिए योजना का महत्व
किसान पेंशन योजना से राज्य के किसानों को आर्थिक सुरक्षा प्राप्त होगी, विशेषकर उन किसानों को जिनकी उम्र ज्यादा हो चुकी है और जिनके पास पर्याप्त कृषि भूमि नहीं है। सरकार का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि जिन किसानों की आय कम है और जो वृद्धावस्था के कारण खेती में सक्रिय नहीं रह सकते, उन्हें कोई परेशानी न हो। पेंशन प्राप्त करने से किसानों को आर्थिक तौर पर समर्थन मिलेगा और उनकी जीवनशैली में सुधार होगा।
मुख्यमंत्री का बयान
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने इस योजना को किसानों के लिए वरदान बताया और कहा कि इस योजना से किसानों को एक स्थिर आर्थिक समर्थन मिलेगा। उन्होंने कहा कि “हमारी सरकार हमेशा किसानों के कल्याण के लिए काम करती रही है और इस योजना से किसानों को लाभ मिलेगा। यह योजना उन किसानों के लिए बहुत मददगार होगी, जिनकी आय कम है और जिनकी उम्र बढ़ चुकी है।”
हरियाणा किसान पेंशन योजना एक ऐतिहासिक कदम है, जो राज्य के किसानों के लिए आर्थिक सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण साधन बनेगा। इस योजना के तहत, किसानों को उनके छोटे खेतों और कम आय के बावजूद पेंशन मिलेगी, जिससे उनका जीवन आसान हो सकेगा। यदि आप इस योजना के तहत लाभ लेना चाहते हैं, तो जल्द से जल्द आवेदन करें और इस योजना का पूरा फायदा उठाएं।